tag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post6321171359895123469..comments2024-03-18T14:45:15.993+05:30Comments on समालोचन : हस्तक्षेप : मेरे बच्चे.arun dev http://www.blogger.com/profile/14830567114242570848noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-16393475722984538272014-12-20T16:52:23.467+05:302014-12-20T16:52:23.467+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुतिबहुत सुन्दर प्रस्तुतिOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-10575073336655975172014-12-19T08:17:16.304+05:302014-12-19T08:17:16.304+05:30.काश यह जनाजा धार्मिक कट्टरता का होता ................काश यह जनाजा धार्मिक कट्टरता का होता ...............बिलकुल सही है !<br /> Kamal Sharmanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-49195880094904610302014-12-19T08:16:20.332+05:302014-12-19T08:16:20.332+05:30ख़ून अपना हो या पराया हो
नस्ले आदम का ख़ून है आख़ि...ख़ून अपना हो या पराया हो<br />नस्ले आदम का ख़ून है आख़िर<br />जंग मशरिक में हो कि मग़रिब में<br />अमने आलम का ख़ून है आख़िर<br /><br />बम घरों पर गिरें कि सरहद पर<br />रूहे- तामीर ज़ख़्म खाती है<br />खेत अपने जलें या औरों के<br />ज़ीस्त फ़ाक़ों से तिलमिलाती हैMahipal Sarswatnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-40305774114554090592014-12-19T08:15:10.745+05:302014-12-19T08:15:10.745+05:30 मुझे पता है कि आज
उन्हें शोक और गम में डूबी
आँस... मुझे पता है कि आज <br />उन्हें शोक और गम में डूबी <br />आँसूओं में बहती हुई एक ज़मात<br />कब्रों में दफ़न कर देगी...|<br />काश वह एक बच्चा <br />कब्र से निकलकर चुपचाप<br />गये शाम मेरे घर आता और बता पाता,<br />जो अपनी टीचर को जलते हुए देख<br />दौङ पङा था उस अोर<br />और सर में गोली खाकर गिर पङा;<br />कि कैसे थे उनके चेहरे उस वक़्त <br />क्या ईश्वर उनके साथ था?Rajeev Kumarnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-77388398445286247772014-12-18T14:49:24.556+05:302014-12-18T14:49:24.556+05:30शमशाद भाई आपकेलिखे को पढ़ रही हूँ ...ग्लोब की जो दु...शमशाद भाई आपकेलिखे को पढ़ रही हूँ ...ग्लोब की जो दुर्दशा सियासती ताकतों ने, दुनिया के वीटो देशों ने की उसकी भरपाई कैसे होगी ? दुखद है . बच्चों पर दूसरी बार ये हमला हुआ . बेसलन में 300 से ऊपर मारे थे आतंकी कमीनों ने और दुनिया सिवा शोक के कुछ नहीं कर पायी थी . <br />हमारे बच्चों को ट्रिब्यूट .......असुरक्षित है दुनिया <br />https://www.youtube.com/watch?v=QgzB5srK1uU अपर्णा मनोजhttps://www.blogger.com/profile/03965010372891024462noreply@blogger.com