tag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post5028795761385710630..comments2024-03-18T14:45:15.993+05:30Comments on समालोचन : सहजि सहजि गुन रमैं : हेमंत देवलेकर (२)arun dev http://www.blogger.com/profile/14830567114242570848noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-5759662332004209512017-01-27T04:07:07.094+05:302017-01-27T04:07:07.094+05:30कवि जिस फ्रेम से फोकस करता है उसी से वह कितने ही ब...कवि जिस फ्रेम से फोकस करता है उसी से वह कितने ही बिम्बों को संवेदनाओं के रंग में घोल कर आसमान पृथ्वी तक रंग लेता है। तानपुरे पर संगत देती स्त्री हो या तितली या दस्ताने हो या प्रायश्चित हो कविताओं में भावनाओं का अद्भुत सैलाब है और दशहरी आम ने तो किनारे ही तोड़ डाले। वात्सल्य और लाचारी पर इससे अच्छी कविता और हो भी क्या सकती है। बहुत अच्छा लगा इन कविताओ को पढ़नाडॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-1177629120985834362017-01-25T15:56:39.750+05:302017-01-25T15:56:39.750+05:30प्यारी कवितायें।
'दशहरी आम' के अंत में पह...प्यारी कवितायें। <br />'दशहरी आम' के अंत में पहुँचकर तो दिल एकबारगी धक कर गया... <br />बहुत मार्मिक कविता है। <br />हेमंत जी को शुभकामनायें।<br /><br />-राहुल राजेश, <br />कोलकाता । Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-24347415932260608362017-01-24T21:04:34.997+05:302017-01-24T21:04:34.997+05:30वाह. "दशहरी आम" बहुत पसंद आई मुझे. हालां...वाह. "दशहरी आम" बहुत पसंद आई मुझे. हालांकि सभी कविताएँ अच्छी हैं. बहुत बहुत बधाई हेमंत को. Farid Khanhttps://www.blogger.com/profile/04571533183189792862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-11275677193411042112017-01-24T14:48:03.952+05:302017-01-24T14:48:03.952+05:30बढ़िया कवितायेँ बढ़िया कवितायेँ सु-मन (Suman Kapoor)https://www.blogger.com/profile/15596735267934374745noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-35879716900011621822017-01-24T11:50:09.384+05:302017-01-24T11:50:09.384+05:30सभी बेहतरीन कवितायेँ हैं।इसमें भी 'दस्ताने'...सभी बेहतरीन कवितायेँ हैं।इसमें भी 'दस्ताने' और 'प्रायश्चित' और भी ह्रदयस्पर्शी लगी।<br />ऐसी उत्तम कविताओं के लिये कविवर हेमन्त और समालोचन को बहुत बधाई।Saloni sharmahttps://www.blogger.com/profile/01298425880007698617noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-65731914959165528222017-01-23T21:03:47.392+05:302017-01-23T21:03:47.392+05:30 Vaah !! in kaviaton ke liye kavi mitra aur samalo... Vaah !! in kaviaton ke liye kavi mitra aur samalochan ka Aabhaar..Kamal Jeet Choudharynoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-81331780792103301182017-01-23T21:03:11.643+05:302017-01-23T21:03:11.643+05:30 हेमंत की कविता पढ़ते पढ़ते हम रुक जाना चाहते है,कुछ... हेमंत की कविता पढ़ते पढ़ते हम रुक जाना चाहते है,कुछ ख़याल,स्मृति सामने आ जाती है.बधाई.Kailash Wankhedenoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-70133642030630134232017-01-23T20:47:52.222+05:302017-01-23T20:47:52.222+05:30हेमन्त सिर से पांव तक कवि हैं और उनकी कविताओं में ...हेमन्त सिर से पांव तक कवि हैं और उनकी कविताओं में सबसे ज़्यादा कविता ही झलकती है. बहुत प्यार से वह कविता को संजोते हैं पोसते हैं,गुनते हैं. उनके कवितामय व्यक्तित्व को सलाम!<br />वर्षाAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-12449263814056684242017-01-23T19:50:06.309+05:302017-01-23T19:50:06.309+05:30हेमंत बहुत संवेदनशील कवि और बेहद दिलकश ज़मीनी व्यक्...हेमंत बहुत संवेदनशील कवि और बेहद दिलकश ज़मीनी व्यक्ति है. खालिस अपनेपन से लबरेज़. यही अपनापन उनकी कविताओं में ऐसा सर्जनात्मक रूप लेकर आता है कि इस प्रायोजित दौर में भी कविता पर बेपनाह भरोसा करने का मन करता है.Utpal Banerjeenoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-2479629132387015302017-01-23T18:22:51.648+05:302017-01-23T18:22:51.648+05:30हेमन्त दादा अच्छे कवि, रंगकर्मी से कहि अधिक मन से ...हेमन्त दादा अच्छे कवि, रंगकर्मी से कहि अधिक मन से सच्चे इंसान , जो आज के समय में अपने आप में दुर्लभ है, बच्चो के अन्तर्मन की आपकी लिखी एक कविता बहुत ही प्यारी थी।Ashish Goswaminoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-37758688215563724422017-01-23T18:21:54.965+05:302017-01-23T18:21:54.965+05:30 बहुत सुन्दर कविताएँ। हेमंत की कविताओं में वास्तवि... बहुत सुन्दर कविताएँ। हेमंत की कविताओं में वास्तविक बिम्बों के कल्पनाशील सम्बन्ध खोज निकालने का सुखद उपक्रम मिलता है। आपको और हेमंत को बहुत बधाई।Ashutosh Dubeynoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-88416086041732906582017-01-23T16:40:59.672+05:302017-01-23T16:40:59.672+05:30हेमन्त की कविताएँ शानदार हैं। पिछले दिनों स्पंदन स...हेमन्त की कविताएँ शानदार हैं। पिछले दिनों स्पंदन समारोह के दौरान भोपाल में इनकी कविताएँ सुनने का अवसर मिला। इनकी कविताएँ हिंदी कविता को लेकर हमें नए सिरे से आश्वस्त करती हैं। सूचना-समय में संवेदनाओं को सहेजने का सार्थक जतन करती इन कविताओं के प्रकाशन के लिए आपका और समालोचन का आभार!Rakesh Biharinoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-4653177482345097092017-01-23T12:55:22.076+05:302017-01-23T12:55:22.076+05:30खूबसूरत कविताएँ. छोटे छोटे खूबसूरत बिम्ब मुग्ध कर ...खूबसूरत कविताएँ. छोटे छोटे खूबसूरत बिम्ब मुग्ध कर देते हैं. हर कविता सुन्दर है लेकिन तानपूरे के साथ संगत करती स्त्री को इतनी तरह से देखा जा सकता है यह बात कविता को असाधारण बना रही है. अनुराधा https://www.blogger.com/profile/17861801843131808661noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-77024338443301043122017-01-23T10:01:08.619+05:302017-01-23T10:01:08.619+05:30कविताओं में किसी तरह का मुल्लमा नहीं चढ़ा है. यें क...कविताओं में किसी तरह का मुल्लमा नहीं चढ़ा है. यें कल्पनाओं के उजास और सहज जीवन की परिणिती है. उदात्त और प्रेम के सहचर्य से बंधी. गूँथन इहलोक की बारीक छवियों का. <br /><br />बधाई.....Neelotpalnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-54275316311452891322017-01-23T09:11:23.262+05:302017-01-23T09:11:23.262+05:30उसे न कभी दुखी देखा ,
न कभी शिकायत करते
वह इतनी श...उसे न कभी दुखी देखा ,<br />न कभी शिकायत करते <br />वह इतनी शांत और सहनशील <br />कि जैसे पृथ्वी का ही कोई बिम्ब है<br />इन कविताओं में भी जैसे पृथ्वी उतर आई है। अपर्णा मनोजhttps://www.blogger.com/profile/03965010372891024462noreply@blogger.com