tag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post2263334460007326107..comments2024-03-18T14:45:15.993+05:30Comments on समालोचन : कथा - गाथा : अनीता भारतीarun dev http://www.blogger.com/profile/14830567114242570848noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-14124342323137082732018-08-01T15:39:12.289+05:302018-08-01T15:39:12.289+05:30मजेदारमजेदारrabi bhushan pathakhttps://www.blogger.com/profile/18276093089412772926noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-62146293518451570332013-09-17T23:22:58.234+05:302013-09-17T23:22:58.234+05:30मैंने क्यों थूका शीर्षक बहुत सार्थक लगा और उसकी इत...मैंने क्यों थूका शीर्षक बहुत सार्थक लगा और उसकी इतनी प्रतियाँ बिकनी ही थी !!! बढ़िया व्यंग्य लीना मल्होत्राhttps://www.blogger.com/profile/07272007913721801817noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-3440518349595676002012-08-04T15:51:54.175+05:302012-08-04T15:51:54.175+05:30यह आत्म कथा उन सभी के लिए हे जो निः स्वार्थ होकर द...यह आत्म कथा उन सभी के लिए हे जो निः स्वार्थ होकर दूसरों के लिए कम करते हे ओर उन कामो का श्रेय कोई ओर चुरा ले जाता हेयूसुफ बेगnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-53122151213802467982012-08-03T14:20:09.958+05:302012-08-03T14:20:09.958+05:30यह कहानी उन सभी लोगों की आत्मकथा है जिनके किए गए स...यह कहानी उन सभी लोगों की आत्मकथा है जिनके किए गए सारे कार्यों का श्रेय दूसरे ले जाते हैं।Prakash Joshinoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-69886478341412142862012-08-03T14:19:21.899+05:302012-08-03T14:19:21.899+05:30रोचक! अनुभूति -सहानुभूति -समानाभूति का का अंडरटोन ...रोचक! अनुभूति -सहानुभूति -समानाभूति का का अंडरटोन सवाल लिए डानगिरि पर व्यंग्य !!sanjeev chandannoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-86368602718479498552012-08-01T21:51:01.549+05:302012-08-01T21:51:01.549+05:30अगर यह कहानी सत्य घटनाओं पर आधारित है तो कुछ अंदा...अगर यह कहानी सत्य घटनाओं पर आधारित है तो कुछ अंदाज मैं भी लगा सकता हूं कि किन लेखकों को लेकर यह मौलिक व्यंग्य कथा रची गई है... सत्य का प्रत्याख्यान रचना में ऐसे ही होता है... बधाई और शुभकामनाएं।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13562041392056023275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-43488924727548370612012-08-01T19:58:20.679+05:302012-08-01T19:58:20.679+05:30सटीक दमदारसटीक दमदारkailashhttps://www.blogger.com/profile/05658982773601772565noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-2598550329038493722012-08-01T12:09:28.662+05:302012-08-01T12:09:28.662+05:30सशक्तसशक्तसीमांत सोहलhttps://www.blogger.com/profile/12198992892160243373noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-55067583283342779162012-08-01T11:55:23.642+05:302012-08-01T11:55:23.642+05:30आज की स्थितियों पर अच्छा व्यंग्य है..साहित्य -समाज...आज की स्थितियों पर अच्छा व्यंग्य है..साहित्य -समाज के घाल-मेल पर चुटीली कहानी.अपर्णा मनोजhttps://www.blogger.com/profile/03965010372891024462noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-36191668425434549812012-08-01T09:00:24.954+05:302012-08-01T09:00:24.954+05:30वाह ..........हर रोज उगती कवियों लेखकों की फ़ौज और...वाह ..........हर रोज उगती कवियों लेखकों की फ़ौज और उनसे रचित कागजों के ढेर पर बढ़िया व्यंग है !Sonroopa Vishalhttps://www.blogger.com/profile/13054319903540240654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-78873898633649299012012-08-01T08:42:36.818+05:302012-08-01T08:42:36.818+05:30चूहे, बिल्ली और शेर की सुन्दर बोधकथा. हाल ही में म...चूहे, बिल्ली और शेर की सुन्दर बोधकथा. हाल ही में मेरा आत्मकथात्मक उपन्यास छपा है.इसलिए मुझे साहित्यिक माहौल की यह तस्वीर और भी दिलचस्प लगी.sarita sharmahttps://www.blogger.com/profile/03668592277450161035noreply@blogger.com