tag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post222395084361883642..comments2024-03-18T14:45:15.993+05:30Comments on समालोचन : कविता - रहस्य : कृष्ण कल्पित की आर्स पोएटिका : शिव किशोर तिवारीarun dev http://www.blogger.com/profile/14830567114242570848noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-16721736417508410312018-09-17T20:08:16.314+05:302018-09-17T20:08:16.314+05:30कल्पित जी की 'कविता रहस्य' निस्संदेह भारती...कल्पित जी की 'कविता रहस्य' निस्संदेह भारतीय काव्य परम्परा में निबद्ध अनूठी किताब है। अपने विस्तार और गहराई से गम्भीर अध्येताओं और कवियों को यह आलोकित कर सकती है। मेरा मानना है कि इससे बहुत कुछ जाना और सीखा जा सकता है। प्रचण्ड प्रवीरnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-36967054115373271262018-09-17T18:36:57.054+05:302018-09-17T18:36:57.054+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (18...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (18-09-2018) को <a href="javascript:void(0);" rel="nofollow"> "बादलों को इस बरस क्या हो रहा है?" (चर्चा अंक-3098) </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-18886448659712617782018-09-17T16:46:09.206+05:302018-09-17T16:46:09.206+05:30 बहुत अच्छी किताब है ।दो-तीन बार पढ़ चुका हूँ।देश-... बहुत अच्छी किताब है ।दो-तीन बार पढ़ चुका हूँ।देश-दुनिया की कविताओं का चुनिंदा संग्रह!<br />Vipin Sharmanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-39362430132722784952018-09-17T16:45:30.054+05:302018-09-17T16:45:30.054+05:30 Swapnil Srivastava आलोचना तिवारी जी का धंधा नहीं,... Swapnil Srivastava आलोचना तिवारी जी का धंधा नहीं, पैशन है । उनका बिखरा हुआ काम जब प्रकाशित होगा तब हिंदी को एक प्रखर और पूरा आलोचक मिलेगा । कविता के वे दुर्लभ अध्येता हैं । मेरा उनसे कोई जोड़-तोड़ नहीं । उनका मेरे लिखे के प्रति स्नेह है और वे उसे जांचते रहते हैं आलोचना तिवारी जी का धंधा नहीं, पैशन है । उनका बिखरा हुआ काम जब प्रकाशित होगा तब हिंदी को एक प्रखर और पूरा आलोचक मिलेगा । कविता के वे दुर्लभ अध्येता हैं । मेरा उनसे कोई जोड़-तोड़ नहीं । उनका मेरे लिखे के प्रति स्नेह है और वे उसे जांचते रहते हैं ।<br />Krishna Kalpitnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-6589748651657587222018-09-17T16:43:19.373+05:302018-09-17T16:43:19.373+05:30 कृष्ण कल्पित पर जितने अच्छे ढंग तिवारी शिव किशोर ... कृष्ण कल्पित पर जितने अच्छे ढंग तिवारी शिव किशोर ने लिखा है । वह हैरान करता है । वह कोई आलोचक नही है और यह बात दिलचस्प भी है अन्यथा कोई पेच दिखाई दे जाता । कल्पित ,तिवारी जी दोनों को बधाई । और समालोचन को साधुवाद । वे दुर्लभ चीजें देते रहते हैं<br />Swapnil Srivastavanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-83187346827845303032018-09-17T16:42:46.785+05:302018-09-17T16:42:46.785+05:30Rahul Singh Arun Dev जी आभार। पढ़ने की इच्छा जग गई ...Rahul Singh Arun Dev जी आभार। पढ़ने की इच्छा जग गई है। कोशिश करता हूं किसी तरह मिले।<br />Rahul Singhnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-56361693301795209042018-09-17T16:42:07.801+05:302018-09-17T16:42:07.801+05:30 कृष्ण कल्पित की प्रतिभा का कायल हूं।इस किताब को द... कृष्ण कल्पित की प्रतिभा का कायल हूं।इस किताब को देखने की ललक भी जगा दी।<br />Suresh Salilnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1027279009513442421.post-53855967538505587402018-09-17T16:41:35.654+05:302018-09-17T16:41:35.654+05:30'समालोचन' और आलोचक प्रवर तिवारी शिव किशोर ...'समालोचन' और आलोचक प्रवर तिवारी शिव किशोर जी का बहुत शुक्रिया मेरी प्रिय पर अलक्षित किताब को प्रकाशित करने हेतु !<br />Krishna Kalpitnoreply@blogger.com